खाली पेट वर्कआउट करना सही है? | Workout on Empty Stomach – फायदे, नुकसान और सही तरीका

क्या खाली पेट वर्कआउट करना सही है? | Workout on Empty Stomach – Safe or Not

आजकल फिटनेस की दुनिया में एक ट्रेंड बहुत तेजी से बढ़ रहा है – "फास्टेड वर्कआउट" यानी खाली पेट व्यायाम। कई लोग दावा करते हैं कि यह फैट बर्न करने का सबसे अच्छा तरीका है, जबकि कुछ लोगों के अनुसार यह शरीर के लिए हानिकारक भी हो सकता है।
तो सवाल है – क्या खाली पेट वर्कआउट करना सही है?
आइए इसे विस्तार से समझते हैं।
फास्टेड वर्कआउट क्या होता है?

फास्टेड वर्कआउट का मतलब है – ऐसा व्यायाम जो आपने पिछले 8–12 घंटे से कुछ भी खाए बिना किया हो।
उदाहरण के लिए:

• सुबह उठते ही बिना नाश्ता किए वर्कआउट करना।

• रात के खाने के बाद सुबह एक्सरसाइज करना।

खाली पेट वर्कआउट के संभावित फायदे

1. फैट बर्न में मदद

खाली पेट वर्कआउट करने से शरीर के पास तुरंत ऊर्जा (ग्लूकोज) कम होती है, जिससे शरीर फैट स्टोर को तोड़कर ऊर्जा बनाता है।
वैज्ञानिक दृष्टिकोण:

• इंसुलिन का लेवल कम होने पर फैट ऑक्सीकरण बढ़ता है।

• कुछ रिसर्च बताती हैं कि फास्टेड कार्डियो से 20% ज्यादा फैट बर्न हो सकता है।

2. इंसुलिन सेंसिटिविटी में सुधार

खाली पेट वर्कआउट इंसुलिन सेंसिटिविटी को बढ़ा सकता है, जिससे ब्लड शुगर कंट्रोल बेहतर होता है।
यह डायबिटीज के जोखिम को कम करने में सहायक हो सकता है।

3. ग्रोथ हार्मोन में वृद्धि

सुबह के समय, खासकर खाली पेट, शरीर में ग्रोथ हार्मोन का लेवल प्राकृतिक रूप से ज्यादा होता है, जो मसल्स रिपेयर और फैट लॉस में मदद करता है।

4. सहनशक्ति में सुधार

नियमित फास्टेड वर्कआउट करने से शरीर को फैट को ऊर्जा के रूप में इस्तेमाल करने की आदत पड़ जाती है, जिससे एंड्यूरेंस स्पोर्ट्स में प्रदर्शन बेहतर होता है।

खाली पेट वर्कआउट के नुकसान

1. लो एनर्जी और थकान

अगर आपका शरीर लो ब्लड शुगर के प्रति संवेदनशील है, तो आपको जल्दी थकान, चक्कर या कमजोरी महसूस हो सकती है।

2. मसल लॉस का खतरा

ऊर्जा की कमी होने पर शरीर फैट के साथ-साथ मसल प्रोटीन को भी तोड़ सकता है, जिससे मसल लॉस हो सकता है।

3. ब्लड प्रेशर में गिरावट

कुछ लोगों में खाली पेट वर्कआउट करने से ब्लड प्रेशर अचानक गिर सकता है, जिससे बेहोशी का खतरा होता है।

4. परफॉर्मेंस में कमी

अगर आप हाई-इंटेंसिटी वर्कआउट करते हैं, तो ग्लाइकोजन की कमी के कारण परफॉर्मेंस घट सकती है।

वैज्ञानिक दृष्टिकोण: फास्टेड वर्कआउट सुरक्षित है या नहीं?

• अमेरिकन कॉलेज ऑफ स्पोर्ट्स मेडिसिन (ACSM) के अनुसार, फास्टेड वर्कआउट सुरक्षित है अगर व्यक्ति स्वस्थ है और हल्के से मीडियम इंटेंसिटी की एक्सरसाइज करता है।

• हाई-इंटेंसिटी ट्रेनिंग के लिए प्री-वर्कआउट मील लेना बेहतर है।

• डायबिटीज, लो ब्लड प्रेशर, हाइपोग्लाइसीमिया वाले लोगों को यह तरीका अपनाने से पहले डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।

खाली पेट वर्कआउट के लिए सही तरीके

1. सही समय चुनें

सुबह के समय हल्का कार्डियो, योग या स्ट्रेचिंग फास्टेड वर्कआउट के लिए अच्छा है।

2. पानी पिएं

खाली पेट वर्कआउट से पहले और दौरान पर्याप्त पानी पिएं, ताकि डिहाइड्रेशन न हो।

3. हल्के वर्कआउट से शुरू करें

पहली बार करते समय वॉक, जॉग या योगा से शुरुआत करें। धीरे-धीरे इंटेंसिटी बढ़ाएं।

4. पोस्ट-वर्कआउट मील लें

वर्कआउट के 30–45 मिनट बाद प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट वाला मील लें, ताकि मसल रिकवरी हो सके।

किसे खाली पेट वर्कआउट नहीं करना चाहिए?

• लो ब्लड प्रेशर के मरीज

• डायबिटीज वाले लोग

• गर्भवती महिलाएं

• लंबे समय से बीमार व्यक्ति

• जिनका वजन बहुत कम है

महत्वपूर्ण तथ्य:

खाली पेट वर्कआउट कुछ लोगों के लिए फायदेमंद हो सकता है, खासकर अगर लक्ष्य फैट बर्न और इंसुलिन सेंसिटिविटी बढ़ाना हो।
लेकिन यह सभी के लिए सुरक्षित नहीं है। अगर आप स्वस्थ हैं और हल्के से मीडियम इंटेंसिटी एक्सरसाइज करते हैं, तो इसे आजमा सकते हैं।
अगर किसी भी तरह की कमजोरी, चक्कर या ब्लड प्रेशर की समस्या महसूस हो, तो तुरंत इसे बंद कर दें और डॉक्टर से सलाह लें।

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