आज के फिटनेस ट्रेंड में HIIT (High-Intensity Interval Training) और LISS (Low-Intensity Steady-State) वर्कआउट दो लोकप्रिय विकल्प हैं। दोनों के अपने फायदे हैं और दोनों को करने का तरीका भी अलग होता है। लेकिन सवाल यह है कि आपके शरीर, समय और लक्ष्य के अनुसार कौन-सा वर्कआउट बेहतर रहेगा?
इस ब्लॉग में हम दोनों वर्कआउट्स की विस्तार से तुलना करेंगे – उनकी विशेषताएं, फायदे, नुकसान और यह कैसे तय करें कि आपके लिए कौन-सा उपयुक्त है।
HIIT का फुल फॉर्म है: High-Intensity Interval Training।
यह एक ऐसा वर्कआउट होता है जिसमें आप कम समय में बहुत ज्यादा मेहनत करते हैं। इसमें एक समय तक तेज़ गति से एक्सरसाइज करते हैं और फिर थोड़ी देर आराम करते हैं, फिर से दोहराते हैं।
30 सेकंड तेज दौड़ → 30 सेकंड वॉक → फिर दोहराना।
• कम समय में ज्यादा कैलोरी बर्न
Afterburn effect: शरीर वर्कआउट के बाद भी कैलोरी जलाता है।
• कार्डियो + मसल बिल्डिंग का कॉम्बो
• मेटाबॉलिज्म को तेज करता है
HIIT के नुकसान:
• शुरुआती लोगों के लिए कठिन
• सही टेक्निक ना हो तो चोट लग सकती है
• रिकवरी टाइम ज्यादा चाहिए
LISS का फुल फॉर्म है: Low-Intensity Steady-State।
इसमें कम गति पर लंबे समय तक एक ही गतिविधि की जाती है जैसे कि वॉकिंग, साइकलिंग या स्लो जॉगिंग।
30-45 मिनट तक वॉक या हल्की साइकलिंग
LISS के फायदे:
• शुरुआती लोगों के लिए आसान
• लो-इम्पैक्ट – जोड़ो पर कम प्रेशर
• लंबे समय तक किया जा सकता है
• मानसिक तनाव कम करता है
• Fat loss के लिए अच्छा विकल्प
LISS के नुकसान:
• कैलोरी बर्न कम होती है
• Time-consuming (30-60 मिनट)
• मेटाबॉलिज्म पर असर कम
• मसल्स बिल्डिंग में ज्यादा असरदार नहीं
HIIT और LISS में अंतर की तुलना:
समय 15-30 मिनट 30-60 मिनट
तीव्रता बहुत अधिक (High Intensity) कम (Low Intensity)
कैलोरी बर्न ज्यादा (कम समय में) कम (ज्यादा समय में)
फैट लॉस तेज़ धीरे-धीरे
मसल्स पर असर अधिक कम
रिकवरी अधिक समय चाहिए कम समय में संभव
शुरुआती के लिए मुश्किल आसान
आपके लिए कौन-सा वर्कआउट बेहतर है?
यह पूरी तरह आपके फिटनेस लक्ष्य, उम्र, स्वास्थ्य और लाइफस्टाइल पर निर्भर करता है।
1. अगर आपका लक्ष्य है – वजन घटाना जल्दी:
→ HIIT आपके लिए ज्यादा असरदार रहेगा।
2. अगर आप हैं शुरुआत में:
→ LISS से शुरुआत करना सही रहेगा।
3. अगर आपके पास समय की कमी है:
→ HIIT करें, क्योंकि यह कम समय में अधिक काम करता है।
4. अगर आपको जॉइंट प्रॉब्लम है या उम्र ज्यादा है:
→ LISS करें, क्योंकि यह शरीर पर ज्यादा दबाव नहीं डालता।
5. Fat Burn + Muscle Maintain करना चाहते हैं:
→ HIIT + थोड़ा Strength Training सही विकल्प है।
क्या दोनों को मिलाकर किया जा सकता है?
आप चाहें तो हफ्ते में 2 दिन HIIT और 3 दिन LISS कर सकते हैं। इससे शरीर पर ज़्यादा दबाव भी नहीं पड़ेगा और कैलोरी बर्न भी अच्छी होगी।
1. वर्कआउट से पहले वॉर्म-अप जरूर करें।
2. HIIT करते समय अपने हार्टरेट पर ध्यान दें।
3. LISS करते समय लगातार मूवमेंट बनाए रखें।
4. पर्याप्त पानी पीते रहें।
5. शरीर की सुनें – अगर थकावट ज्यादा हो रही हो तो आराम करें।
निष्कर्ष: कौन बेहतर है – HIIT या LISS?
दोनों ही वर्कआउट बेहतरीन हैं – बस आपको समझना होगा कि आपके शरीर और लक्ष्य के अनुसार कौन उपयुक्त है।
अगर आपका लक्ष्य है तेज़ रिजल्ट्स और आपके पास टाइम कम है – तो HIIT।
अगर आप लॉन्ग टर्म में हेल्दी रहना चाहते हैं, स्ट्रेस फ्री रहना चाहते हैं – तो LISS।
और अगर आप बैलेंस बनाकर चल सकते हैं – तो दोनों को मिक्स करके करें
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